Tuesday 16 May 2017

BEO गोह के अवैध संपत्ति का अनुसंधान कर जब्त की जाए.

गोह (औरंगाबाद) में सत्र 2015-16 में छात्रवृत्ति घोटाले की जाँच के लिए जिला पदाधिकारी औरंगाबाद के द्वारा त्रिसदस्यीय SIT का गठन किया गया था. जांचोपरांत प्रथमदृष्ट्या दोषी पाए जाने पर गोह के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती मंजू देवी, दलाल शिक्षक वेंकटेश कुमार तथा कई प्रधानाध्यापकों सहित कुल 94 लोगों पर धारा 409 एवं 420 के तहत गोह थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई. तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी, औरंगाबाद और उनके कार्यालय के सहायक पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश हुआ है. पर असली सवाल है कि सभी संबद्ध अधिकारियों सहित माननीय शिक्षा-मंत्री एवं मुख्यमंत्री तक को इस संभावित लूट-योजना से अग्रिम अवगत करा देने के बावजूद मंजू कुमारी की पदस्थापना गोह में की गई थी. इस पूरी योजना में तत्कालीन निदेशक (प्राथमिक शिक्षा) श्री रामशरणागत सिंह की भूमिका संदिग्ध थी. उन्होंने मंजू कुमारी के पति श्री सुनील कुमार (वर्तमान DPO, सर्व शिक्षा अभियान, औरंगाबाद) से घूस लेकर मंजू कुमारी की पदस्थापना BEO Goh के पद पर की थी. इस पोस्ट के साथ अटैच्ड लिंक और फोटो का अवलोकन कर देख सकते हैं कि व्यवस्था के उच्च पदों पर आसीन लोग किस तरह सब जान-बुझकर इस तरह का लूट कराते हैं. आरोपित BEO मंजू कुमारी और दलाल शिक्षक बेंकटेश शर्मा अवैध तरीके से अकूत धन अर्जित किए हैं जिसका पता लगाकर इनपर आय से अधिक संपत्ति रखने का मुकदमा चलाया जाना चाहिए तथा इनके अवैध संपत्ति को जब्त किया जाना चाहिए. लिंक्स- 2.12097.1073741826.200377343316752/753243634696784/?type=3&theater 3. https://www.facebook.com/groups/aurangabadbihar/707486109310630/?match=4KS24KS%2F4KSV4KWN4KS34KS%2BIOCkquCkpuCkvuCkp%2BCkv%2BCkleCkvuCksOClgCzgpKrgpKbgpL7gpKfgpL%2FgpJXgpL7gpLDgpYAs4KS24KS%2F4KSV4KWN4KS34KS%2BLOCkquCljeCksOCkluCkguCkoSzgpJfgpYvgpLk%3D

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