Sunday, 17 January 2010

काम कराना है तो केशरीजी से मिलिए

Jan 16,
दाउदनगर (औरंगाबाद)
प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित आईसीडीएस कार्यालय में आप जब भी जाएंगे या तो केशरीजी मिलेंगे या उनके नाम की चर्चा सुनने को मिलेगी। शहर में सीडीपीओ और केशरीजी के बीच लेन देन के संबंधों पर तरह तरह की चर्चा होते रहती है। सेविकाएं सजा भुगतने के डर से अपना नाम बताने से इंकार करतीं हैं लेकिन प्राय: सभी यह कहतीं हैं कि जिस केन्द्र को पोषाहार के लिए 10975 मिलता है उसमें से 1500 रुपया भाया केशरीजी सीडीपीओ तक जाता है। सेविकाओं के अनुसार 166 केन्द्रों में से 14 को जनवरी 2010 के लिए मात्र 6850 रुपए जारी किए गए। इनका कहना है कि जो केशरीजी के यहां नहीं जाते उसे तंग किया जाता है। एक सेविका ने सीडीपीओ से राशि कम भेजने का लिखित कारण भेजा लेकिन सीडीपीओ ने कोई जवाब नहीं दिया बल्कि मौखिक आदेश दिया कि मात्र 35 को ही बांटों। प्रमुख छोटेलाल प्रसाद ने बताया कि केशरीजी बिल भाउचर पास कराने के लिए पैसे लेते है। 6 केन्द्रों का मैने निरीक्षण किया था और मामले में दोषियों के खिलाफ स्पष्टीकरण पूछा मगर स्मार पत्र देने के बावजूद अभी तक जवाब नहीं मिला। बीस सूत्री अध्यक्ष ब्रज किशोर शर्मा ने बताया कि मैंने दो बार केशरीजी को डांटा की दलाली मत कीजिए, बदनामी हो रही है लेकिन केशरी ने उनसे आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि बिना रिश्वत कोई कार्य यहां नहीं होता है। राजद नगर अध्यक्ष मुन्ना अजीज ने लिखित बयान में कहा है कि सेविकाएं उनसे सीडीपीओ और केशरी के बारे में शिकायत करती रहीं हैं। उन्होंने कहा है कि केन्द्रों पर पढ़ाई लिखाई और पोषाहार वितरण का लाभ औसतन दस बच्चों से ज्यादा को नहीं मिलता। जन शिकायतों पर जांच की सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। मालूम हो कि इसी केशरजी के खिलाफ सांख्यिकी पदाधिकारी संतोष कुमार झा ने लगभग छह माह पूर्व इन्हीं बातों को लेकर विरोध जताया था। बात रंगदारी और धमकी तक गई। इस मामले में बजाप्ता थाना में सनहा दर्ज किया गया और सीडीपीओ की पहल पर ही कार्रवाई नहीं हुई। सेविकाओं के अनुसार प्रखंड में एकमात्र महिला पर्यवेक्षिका माला मैडम हैं जो विकलांग है उनसे भी क्रय पंजी पर हस्ताक्षर नहीं कराया जाता। उन्होंने भी सीडीपीओ से कारण पूछा मगर जवाब नहीं मिला। केशरीजी ने जागरण को कहा कि हमको क्या मतलब है। मेरा सीडीपीओ से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि फोटो कापी का पैसा लेने दुकान बंद करके आफिस आए हैं। सीडीपीओ अन्नपूर्णा कुमारी को जब फोन किया गया तो वह पूछी 'केशरीजी।' जब परिचय देते हुए आरोप के बारे में पूछा तो उनका जवाब था कि केशरीजी को नहीं देना है और वे फोन रख दीं।

2 comments:

  1. Thank You!
    Your application has successfully forwarded to Public Grievance Cell for further processing. It is being forwarded to the concern department for necessary action within four weeks from today.

    Your Grievance Number is: CSPGC/BIH/00322. Note it down for future reference.

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  2. Complaint Number / शिकायत संख़्यां [99999-1801100100] Responsible Officer:
    उत्तरदायी अधिकारी: CM SECRETARIAT
    Status:
    स्थिति: Pending
    अन्वेषण जारी
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