Friday, 22 April 2011

वोट बहिष्कार को नक्सलियों की जनअदालत

देव (औरंगाबाद), निज प्रतिनिधि :

वोट को चोट दो का सशस्त्र नारा देने वाले भाकपा माओवादी नक्सलियों ने गुरुवार शाम देव के दक्षिणी इलाके में जनअदालत लगाया। हथियारबंद नक्सलियों ने जनता से जनअदालत में कई सवाल पूछे। जनअदालत में देव एवं मदनपुर प्रखंड के कई गांवों के ग्रामीण उपस्थित थे। ग्रामीणों को नक्सलियों ने धमकाया और पंचायत चुनाव में वोट न देने का फरमान जारी किया। कहा कि बूथों पर जो लोग वोट देंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। नक्सलियों ने कहा कि फरमान के बावजूद नामांकन वापस नहीं लेने वाले प्रत्याशियों का नाम काली सूची में दर्ज किया गया है। चुनाव को नक्सलियों ने जनता के लिए धोखा बताया। ग्रामीणों से जनअदालत में वोट बहिष्कार से संबंधित नारे लगवाए। कहा कि गांव आज भी विकास से महरुम हैं। जनअदालत में उपस्थित ग्रामीणों ने पंचायत प्रतिनिधि नहीं चुने जाने पर गांव का विकास न होने का सवाल उठाया। कहा कि मुखिया एवं पंचायत समिति सदस्य नहीं रहेंगे तो विकास कैसे होगा। ग्रामीणों ने कहा कि चंद पंचायतों में वोट बहिष्कार करने से कुछ होने वाला नहीं है। नक्सलियों ने कहा कि जिस पंचायत में प्रतिनिधि नहीं होंगे वहां विकास कार्य कराया जाएगा। ग्रामीणों को मा‌र्क्सवाद का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि एक बार साथ दीजिए तब देखिए विकास कैसे होता है। गांधी के गांव से मा‌र्क्स का गांव विकसित दिखेगा। माओवादी नक्सलियों ने आपरेशन ग्रीन हंट का विरोध करने का एलान किया और कहा कि छतीसगढ़ में हमने इस आपरेशन के खिलाफ मुंह तोड़ जवाब दिया है। आपरेशन ग्रीन हंट पुलिस का हथियार है जिससे वह निरीह जनता को तंग करती है। जनअदालत में कई पंचायत प्रत्याशी उपस्थित थे जिनसे नक्सलियों ने जवाब तलब किया। नक्सलियों की जनअदालत की खबर पुलिस को मिली। मदनपुर सर्किल इंसपेक्टर टीएन विश्वास, थानाध्यक्ष जनार्दन प्रसाद सिंह के नेतृत्व में सीआरपीएफ एवं सैप के जवान छापेमारी करने पहुंचे। पुलिस को देख जनअदालत में उपस्थित ग्रामीण भाग खड़े हुए। नक्सली भी जंगल की ओर भाग निकले। थानाध्यक्ष ने बताया कि नक्सली जनता को गुमराह कर रहे हैं। मुख्य धारा में रहने से ही गांव का विकास संभव है।

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