Saturday, 14 May 2011

भीड़ की चपेट में आए निर्दोष की मौत

दाउदनगर (औरंगाबाद), जागरण प्रतिनिधि : पांच मई की सुबह लूट और हत्या की घटना से आक्रोशित भीड़ की चपेट में आए निर्दोष रंजीत पासवान की मौत शुक्रवार को पटना में इलाज के दौरान हो गई। मृत्यु को लेकर पुरानी शहर में चर्चा का बाजार गर्म है वहीं हसपुरा प्रखंड के तेतराही गांव में शोक और आक्रोश एक साथ है। 4 मई की देर शाम पुरानी शहर में लूट और हत्या की घटना हुई थी जिससे आक्रोशित भीड़ ने सुबह में नासरीगंज अपने रिश्तेदार के यहां न्यौता में जा रहा रंजीत को लुटेरा मानकर भीड़ ने पिटाई कर दी थी। गंभीर स्थिति में उसका इलाज दाउदनगर पीएचसी में किए जाने के बाद बेहतर इलाज हेतु पटना रेफर किया गया था। नौ दिन तक अस्पताल में रंजीत जीवन और मौत से जूझता रहा। अंतत: शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया। प्रभारी थानाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह ने बताया कि इस संबंध में घटना के दिन ही भादसं की धारा 147 और 307 के तहत कांड संख्या 54/11 दर्ज की गई थी। मामला अज्ञात के विरुद्ध दर्ज है। प्राथमिकी के अनुसार 5 मई की सुबह नासरीगंज जाते वक्त अज्ञात लोगों ने मनोज मिश्रा के घर के सामने सड़क पर पिटाई कर दी। इसकी मौत के बाद भादसं की धारा बदल जाएगी और पुलिस सूत्रों के अनुसार 302 या 304 ए के तहत मामले की सुनवाई होगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक ने पिटाई करने वाली भीड़ में शामिल कुछ लोगों का नाम बताया है।

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