पैसे के बदले मिला नोटिस
दाउदनगर : लगभग ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी इंदिरा आवास के लाभुकों के खाते में रुपये नहीं पहुंचा है, फिर भी बीडीओ ने लाभुक को एक सप्ताह के भीतर कार्य पूर्ण नहीं कराने पर प्राथमिकी दर्ज करने की चेतावनी देते हुए नोटिस जारी कर दिया है.
यह मामला है गोरडीहा पंचायत के बाबू अमौना का. जानकारी के अनुसार, शकुंतला देवी पति नन्हक यादव के नाम पर वित्तीय वर्ष 2009-10 में इंदिरा आवास के लिए 35 हजार रुपये का आवंटन हुआ था, जिसकी योजना संख्या 680/2009-10 है.
लाभुक द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा की दाउदनगर शाखा में 100 रुपये जमा कर तीन मई, 2010 को खाता खुलवाया गया, जिसका खाता संख्या 00100027125 है. इसमें ब्याज की रकम के साथ 106 रुपये अभी भी जमा है, परंतु लाभुक के नाम पर आवंटित राशि अब तक नहीं आया है.
लाभुक के होश तब उड़ गये जब बीडीओ ने ज्ञापांक 1382 दिनांक 23 नवंबर, 11 द्वारा नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया है कि लाभुक को इंदिरा आवास निर्माण के लिए 35 हजार रुपये दिया गया है, जो अब तक नहीं बना है. एक सप्ताह के भीतर कार्य पूर्ण करा लें, नहीं तो प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
नोटिस मिलने के बाद लाभुक के पति ने जब पुन एक दिसंबर को बैंक जाकर स्टेटमेंट निकला तो उक्त रकम खाते में नहीं आयी थी. अब लाभुक ने बीडीओ को आवेदन देकर कहा है कि रुपये नहीं मिलने के कारण इंदिरा आवास नहीं बनाया जा सका है. अब सवाल यह उठता है किस कारण से राशि स्वीकृत होने के बावजूद लाभुक के खाते में नहीं पहुंच. इसके लिए दोषी कौन है.
क्या कहते हैं बीडीओ
प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेंद्र शर्मा का कहना है कि मामला मेरे कार्यकाल का नहीं है. मैंने नोटिस जारी किया है. नोटिस मिलने के बाद लाभुक सक्रिय हुए. मामले की जांच की जा रही है.
इस ब्लॉग में औरंगाबाद(बिहार) से संबंधित वैसे खबरों को पोस्ट किया जाता है, जिसपर वरीय पदाधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराना अत्यावश्यक लगे । इसके सेटिंग में मुख्य सचिव (बिहार), पुलिस महानिदेशक (बिहार), जिला पदाधिकारी (औरंगाबाद), पुलिस अधीक्षक (औरंगाबाद) तथा माननीय मुख्यमंत्री (बिहार) का इमेल आईडी फीड किया हुआ है, जिससे ब्लॉग पोस्ट की एक प्रति स्वतः उनके पास पहुँच जाती है । यह बिल्कुल से अखबारों में छपे मूल समाचार होते हैं और मेरा उद्देश्य इन खबरों को वरीय पदाधिकारियों तक पहुँचाना मात्र है ।
Saturday, 3 December 2011
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
I appreciate ur effort and i have been continuously following your write up. your language has killing instict! please keep it as long as possible! achhi news hai!!!is khabar ka follow up jaroor kariyega!!!is notice pr kiska signature hai aur kis office se issue kiya gaya hai!-jitendra,neermanmegh@rediffmail.com
ReplyDelete