इस ब्लॉग में औरंगाबाद(बिहार) से संबंधित वैसे खबरों को पोस्ट किया जाता है, जिसपर वरीय पदाधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराना अत्यावश्यक लगे । इसके सेटिंग में मुख्य सचिव (बिहार), पुलिस महानिदेशक (बिहार), जिला पदाधिकारी (औरंगाबाद), पुलिस अधीक्षक (औरंगाबाद) तथा माननीय मुख्यमंत्री (बिहार) का इमेल आईडी फीड किया हुआ है, जिससे ब्लॉग पोस्ट की एक प्रति स्वतः उनके पास पहुँच जाती है । यह बिल्कुल से अखबारों में छपे मूल समाचार होते हैं और मेरा उद्देश्य इन खबरों को वरीय पदाधिकारियों तक पहुँचाना मात्र है ।
Friday, 12 July 2013
छात्र समागम के जिला अध्यक्ष को पुलिस ने पीटा
बगहा गोलीकांड एवं जमुई में पुलिस की पिटाई से युवक की हुई मौत का मामला अभी थमा नहीं था कि शुक्रवार को औरंगाबाद जिले के खैरा थाना पुलिस ने छात्र समागम के जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार सिंह की जमकर पिटाई कर दी। अभिषेक के अनुसार हाजत में बंद कर खैरा थानाध्यक्ष मनोज राम समेत पांच पुलिसकर्मियों ने डंडा से पीटा। वे तब तक पीटते रहे जब तक मैं बेहोश नहीं हो गया। अभिषेक का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। शरीर पर उभरे जख्म यह बताने के लिए काफी है कि पुलिस ने उसकी पिटाई बेरहमी से की है। अभिषेक की पिटाई से आक्रोशित नेताओं ने सदर अस्पताल गेट के पास सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। युवा जदयू जिलाध्यक्ष नीलमणि कुमार, संजय सज्जन सिंह, प्रखंड जदयू अध्यक्ष अजिताभ कुमार सिंह रिंकू, दीपक कुमार, प्रवक्ता तेजेन्द्र सिंह, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दीपक कुमार, आकाश कुमार, मोनू सिंह, शशि, गौरव अकेला, संतोष सावंत के नेतृत्व में सड़क पर बैठ गए। जदयू नेताओं ने थानाध्यक्ष को निलंबित करने की मांग की। हंगामा की खबर सुन क्राइम मीटिंग में व्यस्त एसपी दलजीत सिंघ ने एएसपी प्रणव कुमार प्रवीण, इसंपेक्टर ध्रूव कुमार सिंह एवं नगर थानाध्यक्ष राजकुमार पासवान को भेजा। एएसपी ने मामले की जांच कर एसपी को रिपोर्ट सौंपी। एएसपी प्रवीण ने बताया कि एसपी ने खैरा थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है। जदयू नेताओं ने थानाध्यक्ष पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग रखी। रिंकू ने कहा कि थानाध्यक्ष को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। एएसपी के आश्वासन के बाद सड़क से जाम हटाया गया। अभिषेक ने बताया कि मैं बोलेरो बीआर26बी-8424 से छात्र समागम प्रखंड अध्यक्ष निखिल कुमार के घर सुहई जा रहा था। रास्ते में थानाध्यक्ष ने गाड़ी रोक लिया और कहने लगे कि तुम्हारी गाड़ी ने धक्का मारा है। मैंने कहा कि किसी धक्का लगी है तो गाड़ी से खींचते हुए थाना ले गए और पिटाई करने लगे। अभिषेक ने कहा कि अगर मेरी गाड़ी से किसी को धक्का लगा है तो थानाध्यक्ष उसे सामने लाएं।
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