इस ब्लॉग में औरंगाबाद(बिहार) से संबंधित वैसे खबरों को पोस्ट किया जाता है, जिसपर वरीय पदाधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराना अत्यावश्यक लगे । इसके सेटिंग में मुख्य सचिव (बिहार), पुलिस महानिदेशक (बिहार), जिला पदाधिकारी (औरंगाबाद), पुलिस अधीक्षक (औरंगाबाद) तथा माननीय मुख्यमंत्री (बिहार) का इमेल आईडी फीड किया हुआ है, जिससे ब्लॉग पोस्ट की एक प्रति स्वतः उनके पास पहुँच जाती है । यह बिल्कुल से अखबारों में छपे मूल समाचार होते हैं और मेरा उद्देश्य इन खबरों को वरीय पदाधिकारियों तक पहुँचाना मात्र है ।
Friday, 2 August 2013
अपने सम्प्रदाय के लोगों को बचा रहे डीएसपी दाउदनगर
जागरण प्रतिनिधि, दाउदनगर (औरंगाबाद) : औरंगाबाद जिले के दाउदनगर थाना के मुस्लिमाबाद गांव की अपहृत 16 वर्षीया छात्रा के पिता दुधेश्वर महतो को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने से ग्रामीणों का आक्रोश मंगलवार को भड़क उठा। पुलिस ज्यादती के खिलाफ ग्रामीणों ने औरंगाबाद-पटना मुख्य पथ एनएच 98 जाम कर प्रदर्शन किया। एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी, दरोगा मो. रहमतुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कहा कि दोनों अधिकारियों ने मिलकर साजिश के तहत अपहृत छात्रा के पिता को लूट के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा है। ग्रामीणों ने कहा कि छात्रा अपहरण मामले में डीएसपी एवं दरोगा के संप्रदाय के लोग फंसे थे जिस कारण ऐसी कार्रवाई की गई है। सड़क जाम में ग्रामीणों के साथ काफी संख्या में महिलाएं शामिल थीं। ग्रामीणों ने आगजनी कर विरोध जताया। दरोगा को निलंबित करने, डीएसपी को हटाने, अपहृत छात्रा के दोषियों को गिरफ्तार करने, अपहृत लड़की को बरामद एवं दुधेश्वर महतो को रिहा करने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि छात्रा के अपहरण के समय थाना के प्रभार में मो. रहमतुल्लाह थे और उसने प्राथमिकी के मजमून को दबाव देकर बदलवाया दिया। 6 में 4 आरोपियों का नाम हटाने के लिए दबाव बनाया। प्रभारी थानाध्यक्ष ने पूछताछ के लिए अपहृत छात्रा के पिता दुधेश्वर महतो को थाना बुलाया और 8 मई को दाउदनगर शहर में व्यवसायी अनिल स्वर्णकार के साथ हुई लूट के मामले में जेल भेज दिया। ग्रामीणों का कहना है कि अनिल ने अपने बयान में लुटेरों की उम्र 18 से 30 वर्ष बताया था जबकि दुधेश्वर की उम्र 60 वर्ष है। ग्रामीणों ने डीएसपी मो. अनवर जावेद पर धार्मिक कारणों से पक्षपात करने का आरोप लगाया। डीएसपी ने जागरण को बताया कि मुझे कुछ पता नहीं, गिरफ्तारी का आदेश तक मैंने नहीं दिया है। अगर लूट कांड में दुधेश्वर की संलिप्तता थी तो बाद में गिरफ्तारी की जा सकती थी। उन्होंने कहा कि वादी के पुन: बयान में आरोपी लड़का बेलाल अंसारी और नजमा खातून के अलावा शरीफ अंसारी, कमरिन खातून, लाडली और गुलाम सरवर का नाम जुड़ सकता है। डीएसपी के अलावा एसडीओ ओमप्रकाश मंडल, बीडीओ राजेन्द्र शर्मा, इंसपेक्टर परशुराम राम, थानाध्यक्ष अशोक कुमार, एसआई अरविंद कुमार ने 4 घंटा परिश्रम कर सड़क जाम हटाया। ग्रामीणों को अपहृत लड़की के शीघ्र बरामदगी का आश्वासन दिया। बता दें कि दुधेश्वर महतो की पुत्री का अपहरण 22 जुलाई को गांव से कोचिंग जाते समय रास्ते से कर लिया गया था.
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