औरंगाबाद। 10 Feb
बिहार राज्य खाद्य निगम में लूट मची है। गरीबों के खाद्यान्न खुलेआम बाजारों में बिक रहे है और अधिकारी चुप बैठे है। एसएफसी अम्बा के सहायक गोदाम प्रबंधक मंगल उरांव ने गरीबों के पांच हजार क्विंटल खाद्यान्न बाजारों में बेच दिये। ये खाद्यान्न अन्नपूर्णा, अंत्योदय एवं बीपीएल योजना के बताए गये है। एसएफसी के जिला प्रबंधक मो. हसनैन खां के अनुसार सहायक प्रबंधक द्वारा बेचे गए खाद्यान्न की कीमत 92 लाख रुपए है। मामले की प्राथमिकी मंगलवार को जिला प्रबंधक ने अम्बा थाना में दर्ज कराई है।
प्राथमिकी के अनुसार गोदाम प्रबंधक उरांव ने 2809.27 क्विंटल चावल, 2233.29 क्विंटल गेहूं एवं चीनी बाजार में अवैध रूप से बेचा है। बताया जाता है कि दो माह पहले तबादला होने पर पहले तो उन्होंने प्रभार देने में आनाकानी की और बाद में नए गोदाम प्रभारी वीरेन्द्र कुमार को किसी प्रकार प्रभार सौंपा तो उसमें पांच हजार क्विंटल खाद्यान्न कम पाया गया। जिला प्रबंधक ने बताया कि बिहार राज्य खाद्य निगम के प्रबंध निदेशक के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने स्वीकार किया कि गोदाम से पांच हजार क्विंटल अनाज गायब है। गोदाम में चीनी भी उपलब्ध थी परंतु जानकारी डीलरों को नहीं थी। खाद्यान्न घोटाला प्रकाश में आने से एसएफसी में हलचल तेज हो गई है। पूछे जाने पर अम्बा थानाध्यक्ष एकरामुल हक ने बताया कि मामले में भादसं की धारा 406, 409 के तहत कांड संख्या 08/10 दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि इस घोटाले में प्रबंधक के अलावा और कौन शामिल है यह अनुसंधान के बाद ही पता चलेगा।
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