Wednesday, 22 December 2010

साढ़े तीन सौ छात्र और शिक्षक मात्र दो

उत्क्रमित मध्य विद्यालय बल्हमा में 350 छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए मात्र दो शिक्षक उपलब्ध हैं। प्रभारी प्रधानाध्यापक मनोज कुमार कार्यालय के काम में व्यस्त रहते हैं। एक ही शिक्षक द्वारा आठ वर्गो की पढ़ाई करना संभव नहीं है। नतीजा प्रतिदिन छात्र छात्राओं को अपनी पढ़ाई अधूरी रखनी पड़ती है। गांव में शिक्षा के स्तर में भी गिरावट आ रही है। 1971 में प्राथमिक विद्यालय का सृजन हुआ था। इसे वर्ष 2008 में उत्क्रमित कर मध्य विद्यालय बनाया गया। भाजपा जिला उपाध्यक्ष सह अनुश्रवण समिति एवं बीस सूत्री सदस्य अश्रि्वनी कुमार तिवारी ने बुधवार को विद्यालय का निरीक्षण किया। बताया कि मध्याह्न भोजन एवं अन्य सरकारी योजनाएं लागू हैं लेकिन छात्रों को पढ़ाने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। शिक्षकों के अभाव को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। तिवारी ने कहा कि एक वर्ष पूर्व अरई टोला रघुवंशी बिगहा में नवसृजित विद्यालय की स्वीकृति प्राप्त हुई है लेकिन जिला शिक्षा अधीक्षक के उदासीन रवैये के कारण अभी तक पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी है। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्री एवं जिला के प्रभारी मंत्री पीके शाही तथा जिला शिक्षा अधीक्षक से उत्क्रमित मध्य विद्यालय बल्हमा में शिक्षक उपलब्ध कराने तथा रघुवंशी बिगहा नवसृजित प्राथमिक विद्यालय शुरू कराने की मांग की है। उन्होंने एनडीए कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे विद्यालयों का निरीक्षण कर हालात सुधारने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाएं।

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