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Monday, 5 November 2012
खैरा विद्यालय में ग्रामीणों ने की तालाबंदी
उत्क्रमित मध्य विद्यालय खैरा का विवाद गहराता जा रहा है। शिक्षकों ने नाराज ग्रामीणों ने शुक्रवार से विद्यालय में तालाबंदी कर दिया है। नाराज ग्रामीणों ने कहा कि शिक्षक समय से विद्यालय नहीं आते हैं। विद्यालय में पढ़ाई चौपट हो गई है। ग्रामीणों द्वारा विद्यालय में तालाबंदी किए जाने से शिक्षण कार्य ठप पड़ गया है। ग्रामीण संजय कुमार, कृष्णा सिंह, रामकिशोर सिंह, दुर्गेश सिंह ने बताया कि शिक्षक प्रतिदिन विद्यालय नहीं आते हैं। जब कभी आते भी है तो समय से नहीं। कई शिक्षक तो महीने में एक बार आकर हाजिरी बनाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार विद्यालय में एक वर्ष से मध्याह्न भोजन बंद है। चहारदीवारी का निमार्ण होते ही गिर गया। घटिया निर्माण कराया गया जिससे चहारदीवारी गिरा है। पोशाक राशि एवं छात्रवृति का वितरण अब तक नहीं किया गया है। विद्यालय में खेलकूद सामग्री उपलब्ध नहीं है। विद्यालय में दलित एवं महादलित के सौ बच्चे पढ़ते हैं। ग्रामीणों ने मगध प्रमण्डल के जनता दरबार में आवेदन देकर विद्यालय की कुव्यवस्था के खिलाफ शिक्षकों पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। कहा है कि शिक्षकों पर जब तक कार्रवाई नहीं होगी विद्यालय की स्थिति नहीं सुधरेगी। बीईओ शशिभूषण सिन्हा ने बताया कि विद्यालय में तालाबंदी की सूचना मिली है। ग्रामीणों की शिकायत पर जांच कर दोषी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उधर प्रधानाध्यापक सुखदेव राम ने बताया कि ग्रामीणों का आरोप गलत है। ग्रामीण राजनीतिक साजिश के तहत हमें फंसाने में लगे हैं। विद्यालय में नियमित मध्याह्न भोजन बनता है और पढ़ाई भी होती है। सभी शिक्षक समय से विद्यालय आते हैं।
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